राजस्थान के जालौर से हैरान करने वाली खबर है. यहां एक दुर्लभ प्रजाति का पक्षी गांव के चक्कर काट रहा था. उसे देख गांव भर के लोगों में दहशत फैल गई, उसके पैर में एक पर्ची भी लगी नजर आ रही थी.
जालौर जिले के वाड़ाभाड़वी गांव में दुर्लभ विदेशी 'तिलोर' पक्षी मिला है. उसे सोहन चिड़िया भी कहा जाता है. उसके पैर में अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात) का टैग लगा हुआ था. जानकारी के मुताबिक, गांव के लोगों ने पक्षी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस ने जांच की, लेकिन इसमें कोई संदिग्ध गतिविधि या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं पाया गया. वन विभाग के अनुसार दुर्लभ तिलोर पक्षी आरक्षित श्रेणी का पक्षी है. जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरक्षण के प्रयास किया जा रहे हैं.
पक्षी के दाहिने पैर टैग लगा हुआ होने पर वन विभाग ने जांच की थी. पक्षी के ऊपर किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं पाया गया. हालांकि वन विभाग ने पक्षी को रेस्क्यू सेंटर में अपनी निगरानी में रखा है. जांच के बाद पक्षी को वन विभाग भीनमाल के क्षेत्रीय अधिकारी को सौंप दिया गया. इसे डॉक्टरी जांच के बाद रेस्क्यू सेंटर में क्वारन्टाइन में रखा गया है. वन विभाग इसे उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई के तहत निगरानी में रखेगा.
वन विभाग अधिकारी डीएफओ देवेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि तिलोर थार के रेगिस्तान में पाया जाने वाला एक दुर्लभ पक्षी है. जो अब विलुप्ति की कगार पर है. इसके संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय हौबारा संरक्षण कोष अबूधाबी और मोरक्को में कैप्टिव ब्रीडिंग की जाती है. सख्त वन्यजीव संरक्षण नियमों के चलते इन पक्षियों का शिकार प्रतिबंधित है. संभावना है कि अबूधाबी के शेख पाकिस्तान में तिलोर का शिकार करवाने के लिए लाए गए पक्षियों में से यह पक्षी उड़कर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया.
Post a Comment